मन की सुंदरता
हर चेहरे के पीछे ,एक चेहरा छुपा होता है l जैसा जो दिखता है वो वैसा नहीं होता है ll ये आँखे भी कई बार धोखा खा जाती है l जब चेहरे का दूसरा रुख पढ़ नहीं पाती है ll हम जैसा सोचे वैसा हो ये तो जरुरी नहीं l हर चमकती चीज़ सोना हो ये भी तो नहीं ll किसी रूप को देखकर धोखा मत खा जाना l पहले चेहरे के पीछे,छिपे चेहरे को पहचानना ll किसी को उसके रूप से नहीं गुण से जानो l रूप से ज्यादा मन की सुंदरता को पहचानो ll रूप तो छलावा है Continue reading मन की सुंदरता